गुस्से पर नियंत्रण और मानसिक स्वस्थता के लिए मोती का उपयोग करें – मोती के फायदे और नुकसान – benefits of Pearl in Hindi
Moti ke fayde aur nuksan – Benefits of Pearl in Hindi
Moti ke fayde aur nuksan – Benefits of Pearl in Hindi : मोती ( Pearl ) के नाम से भी जाना जाता है। इस का रंग चमकीला सफेद – चांदी जैसा होता है। इसे चंद्र को मजबूत करने के लिए उपयोग कीया जाता है। इस रत्न को इंग्लिश में Pearl ( पर्ल – मोती ) कहा जाता है। मोती चंद्रमा का मुख्य रत्न है। मुख्य रूप से मोती – पर्ल चंद्र को मजबूत करने और मानसिक दोष ठीक ( चंद्र का दुष्प्रभाव कैसे ठीक करें ) करने के लिए उपयोग कीया जाता है ।
जिनकी जन्म कुंडली में चंद्र दोष हों उसे मोती पहनना चाहिए । इसके अलावा भी मोती के और भी कई फ़ायदे हैं। आईए विस्तार से देखते है की मोती कब पहनना चाहिए, मोती कैसे धारण करें, और मोती किसे पहनना चाहिए , मोती किस उंगली में पहनें। आज हम जानेंगे की मोती से क्या फायदा होता है। आईए जानते हैं की मोती रत्न के फायदे और नुकसान क्या है ।
Moti ke fayde aur nuksan
pearl gemstone benefits,benefits of pearl gemstone,benefits of wearing pearl,pearl,pearl stone benefits,benefits of pearl,pearl gemstone,pearl stone,benefits of pearl stone,astrologic benefits of pearl gemstone,pearl gemstone benefits astrology,black pearl gemstone benefits,moti stone benefits,healing benefits of pearl,health benefits of wearing pearl gemstone,amazing health benefits of pearl stone,astrological benefits of wearing pearl gemstone.
मोती क्या है – what is Pearl :
यह मनमोहक चमकीले सफेद रंग का रत्न है , यह छिप से प्राप्त होता है। छिप में कैल्सीअम और अन्य खनिजों के संयोजन से इसे यह चमकीला सफेद रंग प्राप्त होता है।
किन लोगों को पहनना चाहिए मोती – Who should wear Pearl : जिस की जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो उसे मोती पहनने का सुजाव दिया जाता है । मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के लिए मोती एक भाग्यशाली रत्न होता है। यह रत्न उनकी जन्म कुंडली के अनुकूल रहेगा । इन राशियों के लोगों को मोती बहुत अच्छा फल देता है। मोती धारण करने से ऐसे जातक के धन-दौलत में वृद्धि होती है, मानसिक समस्या हो तो उसमें फ़ायदा होता है। । कुंडली में अगर चंद्र ग्रह निर्बल है और उसकी वजह से जीवन में दिक्कतों का सामना करना पद रहा है तो मोती से चंद्र ग्रह मजबूत होता है, जिससे व्यक्ति को जीवन की दिक्कतों से छुटकारा मिलता है।
किसे नहीं पहनना चाहिए मोती – Who should not wear Pearl ? अगर आप वृषभ, मिथुन, सिंह, धनु, मकर या कुंभ राशि के जातक हैं तो आपको मोती नहीं पहनने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि मोती का इन राशियों वाले लोगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को बाधित कर सकता है। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की आप मोती को किस दूसरे रत्न के साथ पहन रहे है। गलत संयोजन से भी नकारात्मक प्रभाव मिल सकता है। यदि आप इस रत्न को पहनना ही चाहते है तो अपने पंडित से अपनी कुंडली दिखाए और उनसे सलाह ले की इस रत्न को आप दूसरे किस रत्न के साथ धारण कर सकते है की ये आपको सकारत्मकता प्रदान करे।
मोती के लाभ – benefits of Pearl in Hindi – मोती पहनने के फायदे और नुकसान
मोती पहनने से क्या लाभ होता है?
Moti ke fayde aur nuksan
व्यवसाय और वैवाहिक जीवन में दिक्कतों का सामना करने वाले व्यक्ति को मोती धारण करना चाहिए। मोती के शुभ प्रभाव से व्यवसाय में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है। मोती पहनने से जातक की आर्थिक और मानसिक स्थिति में सुधार आता है। धन-संपत्ति बढ़ती है और समाजिक पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। अगर कोई मानसिक समस्या हो या मन बहुत चंचल हो तो वे लोग भी मोती धारण कर सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार मोती पहनने से चंद्र ग्रह मजबूत होता है, जिससे विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं। कोई काम बनते बनते बिगड़ता हो तो मोती पहनने से फ़ायदा होता है। लेकिन पहले जन्मकुंडली का विश्लेषण करवाना चाहिए ।
मोती मानसिक रूप से स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से उभरने में मदद करता है। यह शरीर में रक्त संचार को भी नियंत्रित करता है। ऐसा भी माना जाता है की यह रत्न पहनने वाले को किसी भी दुर्घटना से बचाता है और इंसान की सुरक्षा करता है। मानसिक समस्याओं के साथ साथ आर्थिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी मोती रत्न धारण कर सकते हैं।
मोती पहनने से क्या नुकसान होता है?
Moti ke fayde aur nuksan
मोती पहनने से हो सकते हैं ये नुकसान
- अगर मोती आपको अनुकूल नहीं होता है तो आपको खास कोई समस्या नहीं होती है, लेकिन फिर भी निम्नलिखित समस्या हो भी सकती है। ।
- मानसिक बीमारियां हो सकती हैं।
- रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
- जातक के अपने गुरु से संबंध खराब हो सकते हैं।
- व्यक्ति नास्तिक हो सकता है।
- आपके निजी सम्बन्धो में गलतफ़एमी उत्पन्न हो सकती है जिसके कारण आपके समबन्ध बिगड़ सकते है ।
किसे मोती पहनना चाहिए – किस राशिवालों को मोती धारण करना चाहिए
Who should wear Pearl – Benefits of Pearl in Hindi
Who can wear Pearl
Benefits of Pearl in Hindi
जिस की जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो उसे मोती पहनने का सुजाव दिया जाता है । मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के लिए मोती एक भाग्यशाली रत्न होता है। और अगर आप वृषभ, मिथुन, सिंह, धनु, मकर या कुंभ राशि के जातक हैं तो आपको मोती नहीं पहनने की सलाह दी जाती है। यह रत्न उनकी जन्म कुंडली के अनुकूल रहेगा । इन राशियों के लोगों को मोती बहुत अच्छा फल देता है। मोती धारण करने से ऐसे जातक के धन-दौलत में वृद्धि होती है, मानसिक समस्या हो तो उसमें फ़ायदा होता है। । कुंडली में अगर चंद्र ग्रह निर्बल है और उसकी वजह से जीवन में दिक्कतों का सामना करना पद रहा है तो मोती से चंद्र ग्रह मजबूत होता है, जिससे व्यक्ति को जीवन की दिक्कतों से छुटकारा मिलता है। यदि आप इस रत्न को पहनना ही चाहते है तो अपने पंडित से अपनी कुंडली दिखाए और उनसे सलाह ले की इस रत्न को आप दूसरे किस रत्न के साथ धारण कर सकते है की ये आपको सकारत्मकता प्रदान करे।
अच्छे से ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद ही मोती धारण करना चाहिए । अगर आप मानसिक कार्य , संशोधन वगैरा करते हैं तो आपको मोती ज्यादा सहायक हो सकता है। यह खास रूप से आप को कानून, वित्त और राजनीति से संबंधित प्रमुख व्यवसायों में सफलता प्राप्त करने में सहायता करता है । किसी भी क्षेत्र में अपने हरिफ़ से आगे निकलना चाहते हैं , तो दिमाग का सही और स्वस्थ होना आवश्यक है और मोती इसमें आपकी सहायता करता है। अगर आप उत्कृष्टता प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं या अपने क्षेत्र में पहचान चाहते हैं, तो आपको मोती अवश्य धारण करना चाहिए। यदि आप बेवजह चिंता, नकारात्मक विचारों या भावनात्मक अस्थिरता से जूझते हैं, तो मोती आपके इन नकारात्मक विचारों को खत्म कर के आप के मन को स्थिरता प्राप्त करने में सहायता करेगा । मोती पहनने से चिंता, तनाव और अत्यधिक सोच से छुटकारा पाया जा सकता है।
वैवाहिक जीवन पर मोती का असर – Effect of Pearl on Marriage
Moti ke fayde aur nuksan – benefits of pearl on marriage and love
विवाहित लोगों के लिए भी मोती अच्छा माना जाता है | ऐसा माना जाता है कि मोती पहनने से व्यक्ति को अपने जीवन साथी को समझने में मदद मिलती है , गलतफहमी दूर करके रिश्ते में स्थिरता प्रदान करता है क्योंकि मोती मन का कारक है और यह सारी समस्याएं मन की वजह से ही होती है। । मोती पति पत्नी के रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखता है और उनके वैवाहिक जीवन के आनंद को बढ़ाता है ।
असली मोती को कैसे पहचाने – how to identify original Pearl ?
How to identify original Pearl ?
How To Tell If Pearls Are Real Or Not
असली मोती पानी में मोती धारण करने वाली सीपों में कुदरती रूप से पैदा होता है। अगर इस में मानवीय हस्तक्षेप कीया गया हो तो वो मोती कृत्रिम माना जाता है। असली मोती सम्पूर्ण प्राकृतिक रूप से सीप में उत्पन्न होता , लेकिन यह बहुत ही दुर्लभ होता है। बाजार में उपलब्ध जयदातार मोती कल्चर्ड , मतलब की कृत्रिम होते हैं । असली मोती छूने मे ठंडे लगते हैं । जो की स्पर्श के बाद आपकी त्वचा की गर्मी से गर्म होने से पहले कुछ सेकंड तक छूने पर ठंडे लगते हैं। नकली प्लास्टिक मोतियों का तापमान कमरे के तापमान के समान होता है और जब आप उन्हें छूते हैं तो आपको ठंडक महसूस नहीं होती है। हालाँकि, नकली मोती जो कांच के मोतियों से बने होते हैं, शुरुआत में छूने पर अच्छे लग सकते हैं। लेकिन इन्हें आपकी त्वचा पर गर्म होने में असली मोतियों की तुलना में अधिक समय लगता है।
असली मोती कुछ अनियमितता नजर आएगी , जब की कृत्रिम मोती एक समान और स्वच्छ होते हैं। प्राकृतिक और कल्चर्ड दोनों में अक्सर एक ओवरटोन होता है, एक पारभासी रंग जो मोती की बाहरी सतह पर दिखाई देता है। यह अच्छी गुणवत्ता वाले मोतियों के बीच विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है। आपको मुख्य मोती के रंग के ऊपर गुलाबी, हरे रंग का संकेत दिखाई देगा। यदि आप देखते हैं कि मोतियों का रंग एक समान है और उनमें गहराई की कमी है, तो उनके नकली होने की ज्यादा संभावना है। लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि केवल इसी के आधार पर मोती की प्रामाणिकता नहीं बता तय होती है ।
ज्यादातर असली मोती सम्पूर्ण गोल नहीं होते है। उस का आकार थोड़ा अनियमित अंडाकार, निकट-गोल, गोलाकार, सिक्का, बूंद और पूरी तरह से अनियमित आकार में हो सकते हैं। सामान्य तौर पर, गोल मोती की कीमत अन्य आकार के मोतियों की तुलना में अधिक होती है। लेकिन असली मोती का एक किनारा जो पूरी तरह से गोल है, उसके बावजूद भी आप उनके मोती के आकार में कुछ मामूली अंतर देख सकते हैं। मोती का आकार चाहे जो भी हो, यदि आप उन्हें पूरी तरह से एक जैसे पाते हैं, तो यह संभवतः एक संकेत है कि वे मशीनों द्वारा बनाए गए हैं।
असली मोती आमतौर पर नकली मोतियों की तुलना में वजन में भारी होते हैं। उन्हें अपने हाथ में धीरे से तुलना करें और वजन में अंतर महसूस करें। आप इस विधि का उपयोग कांच या प्लास्टिक से बने नकली मोतियों का परीक्षण करने के लिए कर सकते हैं। इस वजन परीक्षण का एकमात्र अपवाद ठोस कांच के मोतियों के मामले में है। इनका वज़न प्राकृतिक या सुसंस्कृत मोतियों की तुलना में बहुत अधिक भारी होता है। इसलिए आप अपने निर्णय के लिए यहां उल्लिखित अन्य तरीकों का उपयोग करना चाहेंगे।
जब असली मोती की माला बनाई जाए तो असली मोतियों में छेद आमतौर पर बहुत छोटे होते हैं जबकि नकली मोतियों में छेद अक्सर बड़े होते हैं। नकली मोतियों के छेद के चारों ओर की कोटिंग सामान्य रूप से पतली होती है और चमकदार पेंट की तरह दिखती है। नकली मोती में आप अक्सर छेद के चारों ओर परतें या चिपकी हुई कोटिंग देख सकते हैं जो अंततः निकल जाएंगी। ये सामान्य तरीके हैं , आधारभूत तरीके से असली मोती को पहचानने के लिए आपको कोई अच्छे टेस्टिंग लेब की मदद लेनी पड़ेगी ।
इसे किसी भी भरोसेमंद दुकान से खरीदें और किसी अनुभवी से इसे अभिमंत्रित और पवित्र करवाएं। इससे सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
Where to buy Pearl – मोती कहाँ से खरीदें
मोती या फिर कोई भी रत्न आपको जहाँ तक हो सके आपके भरोसे वाली कोई स्थानिक दुकान से खरीदना चाहिए . अगर आप ऐसे नहीं कर सकते तो आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। मोती ऑन लाइन अमेज़ोन से मंगवाने के ले यहाँ क्लिक करें।
मोती का ब्रैस्लट – Pearl Bracelet
मोती का ब्रैस्लट या Pearl Bracelet भी उतना ही फायदा करता है। जो लोग अंगूठी में पहनना पसंद नहीं करते है वो लोग मोती का ब्रैस्लट – pearl Bracelet पहन सकते है। वो भी इतना ही फायदा करता है। मोती का ब्रैस्लट का एक और फायदा यह भी है की वो थोड़ा सस्ता होता है, क्योंकि उस में छोटे आकार के रत्नों का उपयोग कीया जाता है , जिसकी अंगूठी ना बन सके ऐसे छोटे टुकड़ों से यह मोती का ब्रैस्लट बनाया जाता है , इस लिए सस्ता पड़ता है।
मोती किस उंगली में पहनें – मोती कैसे और कब पहनें
Which finger pearl to wear – procedure to wear Pearl – Pearl mantra for Moon
Moti ke fayde aur nuksan
मोती पहनने के नियम – मोती पहनने की विधि
मोती (Pearl Benefits in Hindi ) को चांदी की अंगूठी या लॉकेट में धारण किया जाता है। इसे शुक्ल पक्ष के सोमवार के दिन पहनना चाहिए। मोती अपने सीधे हाथ की सब से छोटी उंगली में धारण करना चाहिए । मोती रत्न को दूध से धोकर पवित्र करें, बाद में गंगाजल से धोकर पवित्र कर लें । इस के बाद चंद्र देव की पूजा विधि-पूर्वक करने हेतु ‘ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्राय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें. इस के बाद रत्न को धारण कर लें।
चंद्र का रत्न मोती धारण करने का मंत्र
मोती धारण करने का मंत्र इस प्रकार है – ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्राय नमः । आप इस विडिओ को भी चला सकते हैं।
अगर आप को हमारे लेख पसंद आ रहे हैं और हमारे नए लेख की नियमित रूप से सूचना प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp चैनल से जुड़ें। व्हाट्सअप चैनल और व्हाट्सअप ग्रुप में तफ़ावत यह होता है की जब आप चैनल जॉइन करते हैं तो आप का मोबाईल नंबर या अन्य कोई जानकारी किसी और को नहीं दिखती है, आप चैनल के अन्य सदस्य लोगों को देख नहीं सकते है और अन्य सदस्य आप को देख नहीं सकते है। हमारे व्हाट्सअप चैनल से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- Places to visit in Ahmedabad in Hindi – अहमदाबाद में यह जरुर देखें
- इन राशि वालों सफलता के लिए माणिक का उपयोग करें – माणिक रत्न के फायदे और नुकसान
- हीरा पहनने के फायदे-नुकसान – benefits of Diamond in Hindi
- पन्ना के फायदे और नुकसान – benefits of Emerald in Hindi
- फोटो पर लगा Water Mark कैसे दूर करें – एक सेकंड में ऐसे हटा सकते हैं
जिस की जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो उसे मोती पहनने का सुजाव दिया जाता है । मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के लिए मोती एक भाग्यशाली रत्न होता है। यह रत्न उनकी जन्म कुंडली के अनुकूल रहेगा ।
मोती आपको अपनी सब से छोटी उंगली मे धारण करना चाहिए ।
मोती को चांदी की अंगूठी या ब्रैस्लट में पहनना चाहिए ।
मोती चंद्र देव का रत्न है , इस लिए उसे सोमवार के दिन धारण करना , पहनना चाहिए ।
इससे पहनने से पहले दूध और गंगाजल में डुबो कर शुद्ध करके सफेद कपड़े के ऊपर रख लेना चाहिए। तत्पश्चात चंद्र के मंत्र “ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्राय नमः” से अभिमंत्रित कर विधिवत संकल्पपूर्वक धुप, दीप नैवेद्य से पूजा अर्चना करके धारण करना चाहिए।
“ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्राय नमः” मंत्र से मोती को अभिमंत्रित करना चाहिए ।
अगर आपको मोती अनुकूल नहीं होगा तो वो आपको शारीरिक, मानसिक या आर्थिक रूप से नुकसान कर सकता है। 1. अगर मोती नकली है तो लाभ के बदले नुकसान भी हो सकता है। 2. मोती से नुकसान होने का दूसरा कारण यह है की मोती दूषित या खंडित हो तो भी नुकसान करता है। 3. तीसरा कारण यह है की मोती आसपास की नेगटिव ऊर्जा को सोखता रहता है , इसलिए इसे थोड़े थोड़े समय पर शुद्ध करते रहना चाहिए अन्यथा उसमें संग्रहीत, अवशोषित नेगटिव ऊर्जा से यह नुकसान भी कर सकता है। 4. चौथा कारण यह है की अगर इसे पहले किसी और व्यक्ति ने धारण कीया होता है तो उसकी ऊर्जा मोती में समाहित होती है और जब इसे कोई और पहनेगा तो उसकी ऊर्जा भी खराब हो सकती है और वो नुकसान कर सकता है । 5. पांचवा कारण यह है की व्यक्ति की जन्मपत्रिका के अनुसार धारण नहीं कीया गया है तो भी नुकसान हो सकता है। जैसे कोई दवाई अच्छी हो लेकिन बिना डॉक्टर की जांच के ही लिया जाए तो नुकसान हो सकता है। अगर मोती आपको अनुकूल नहीं होता है तो आपको मोटापा बढ़ने की समस्या हो सकती है। पाचन तंत्र की बीमारियां हो सकती हैं। रक्तचाप की समस्या हो सकती है। जातक के अपने गुरु से संबंध खराब हो सकते हैं। व्यक्ति नास्तिक हो सकता है। आपके निजी सम्बन्धो में गलतफ़एमी उत्पन्न हो सकती है जिसके कारण आपके समबन्ध बिगड़ सकते है ।
जिस की जन्म कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो उसे मोती पहनने का सुजाव दिया जाता है । मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के लिए मोती एक भाग्यशाली रत्न होता है। यह रत्न उनकी जन्म कुंडली के अनुकूल रहेगा
मोती चंद्र का रत्न है और चंद्र की गति अन्य ग्रहों से थोड़ी तेज होती है , इस लिए मोती बहुत जल्द आपको असर दिखेएगा , एक या दो दिन में मोती आपको असर दिखाएगा ।
मोती 1200 से लेकर 1400 mg वजन का पहनना चाहिए ।
हाँ, मोती आपने पहले से ही पहना हुआ है तो आपको अपने मासिक धर्म के दौरान उसे निकालने की जरूरत नहीं है। पहली बार पहन रहे है तो मासिक धर्म पूर्ण होने के बाद विधि अनुसार ही पहनें।
मोती को इंग्लिश में पर्ल – Pearl कहते है।
अगर आप को हमारे लेख पसंद आ रहे हैं और हमारे नए लेख की नियमित रूप से सूचना प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp चैनल से जुड़ें। व्हाट्सअप चैनल और व्हाट्सअप ग्रुप में तफ़ावत यह होता है की जब आप चैनल जॉइन करते हैं तो आप का मोबाईल नंबर या अन्य कोई जानकारी किसी और को नहीं दिखती है, आप चैनल के अन्य सदस्य लोगों को देख नहीं सकते है और अन्य सदस्य आप को देख नहीं सकते है। हमारे व्हाट्सअप चैनल से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करें।
यह भी पढ़ें :
- Places to visit in Ahmedabad in Hindi – अहमदाबाद में यह जरुर देखें
- इन राशि वालों सफलता के लिए माणिक का उपयोग करें – माणिक रत्न के फायदे और नुकसान
- हीरा पहनने के फायदे-नुकसान – benefits of Diamond in Hindi
- पन्ना के फायदे और नुकसान – benefits of Emerald in Hindi
- फोटो पर लगा Water Mark कैसे दूर करें – एक सेकंड में ऐसे हटा सकते हैं