इन राशि वालों सफलता के लिए माणिक का उपयोग करें – माणिक रत्न के फायदे और नुकसान
Benefits of Ruby in Hindi
Benefits of Ruby in Hindi : भारतीय ज्योतिष के अनुसार जिनकी जन्म कुंडली में सूर्य का दोष हों उसे माणिक या उसका उपरत्न पहनना चाहिए । इसके अलावा भी माणिक के और भी कई फ़ायदे हैं। आईए विस्तार से देखते है की माणिक कब पहनना चाहिए और किसे पहनना चाहिए , माणिक किस उंगली में पहनें। आज हम जानेंगे की माणिक से क्या फायदा होता है। आईए जानते हैं की माणिक रत्न के फायदे और नुकसान क्या है । माणिक या माणिक्य रत्न Ruby के नाम से भी जाना जाता है। इस का रंग चमकदार लाल होता है। इसलिए यह रत्न को सूर्य गृह को मजबूत करने के लिए उपयोग कीया जाता है। माणिक रत्न को इंग्लिश में Ruby कहा जाता है। माणिक सूर्य देव का मुख्य रत्न है और लाल रंग के अन्य रत्न जैसे की रेड गार्नेट, रेड टूर्मेलीन और रेड स्पिनेल इस के उपरत्न है। दोनों समान रूप से प्रभाव दिखाते हैं , असली माणिक बहुत ही महंगा होता है, माणिक रत्न हीरे से नहीं महंगा होता है। अतः जो लोग माणिक खरीद नहीं कर सकते है वो लोग अन्य उपरत्न रेड गार्नेट, रेड टूर्मेलीन और रेड स्पिनेल में से कोई भी पहन सकते हैं। मुख्य रूप से माणिक रत्न सूर्य देव को मजबूत करने और सूर्य का दोष ठीक ( सूर्य का दुष्प्रभाव कैसे ठीक करें ) करने के लिए उपयोग कीया जाता है ।
benefits of ruby,ruby stone benefits,benefits of ruby stone,ruby benefits,ruby gemstone benefits,benefits of wearing ruby,benefits of manik,benefits of ruby gemstone,benefits of wearing ruby gemstone,ruby stone benefits in hindi,health benefits of ruby,benefit of ruby,ruby benefits in astrology,benefits of wearing a ruby,manik stone benefits,benefits of ruby in astrology,benefits of ruby/manik stone,what are health benefits of ruby
माणिक रत्न के फायदे और नुकसान,माणिक रत्न के लाभ,माणिक रत्न पहनने के फायदे,माणिक्य रत्न के फायदे,माणिक पहनने के फायदे,माणिक रत्न किस राशि के लिए लाभदायक है,माणिक्य रत्न पहनने के नुकसान,माणिक धारण करने के फायदे,माणिक्य रत्न के स्वास्थ्य संबंधी लाभ,माणिक रत्न,माणिक्य रत्न धारण करनें के चमत्कारी फायदे,माणिक्य रत्न,माणिक रत्न धारण करने की विधि,माणिक्य के फायदे,माणिक रत्न के फायदे,माणिक,माणिक रत्न के नुकसान,माणिक धारण करने के लाभ,माणिक पहनने के फायदें
माणिक क्या है – what is Ruby :
माणिक क्वार्ट्ज परिवार का एक कीमती चमकदार लाल रंग का रत्न है, यह मनमोहक लाल रत्न, खनिज तत्वों और लोहे के अंश से बना है, जो इसे इसका विशिष्ट रंग देता है। माणिक का लाल रंग प्राकृतिक विकिरण के अलावा, लोहे और अन्य ट्रेस तत्वों के संयोजन से प्राप्त होता है।
किन लोगों को पहनना चाहिए माणिक – Who should wear Ruby :
भारतीय ज्योतिष अनुसार मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु राशियों के जातक माणिक का रत्न पहन सकते हैं। कर्क और मीन राशि वाले लोगों को माणिक रत्न साधारण परिणाम देता है। सूर्य को आँख का प्रतीक माना जाता है इसलिए अगर किसी व्यक्ति को नेत्र रोग है, कोईभी आँखों की समस्या है तो ऐसे लोग भी माणिक पहन सकते हैं। इन राशियों के लोगों को माणिक बहुत अच्छा फल देता है। माणिक धारण करने से ऐसे जातक के धन-दौलत और प्रतिभा में वृद्धि होती है। कुंडली में अगर सूर्य ग्रह निर्बल है और उसकी वजह से जीवन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो माणिक निश्चित ही आपके सूर्य को मजबूत बनाता है, जिससे व्यक्ति के जीवन की दिक्कतों से छुटकारा मिलता है। जन्म कुंडली के अनुसार देखें तो पंचम भाव, नवम भाव, दशम भाव और एकादश भाव में सूर्य की स्थिति होने पर माणिक्य रत्न को धारण किया जा सकता है ।
किसे नहीं पहनना चाहिए माणिक – Who should not wear Ruby ?
मीन, मकर और कन्या राशि वालों को माणिक पहनने से बचना चाहिए। जिस जातक की कुंडली में सूर्य ग्रह नीच स्थिति में हो, चौथे, सातवें या दसवें भाव में हो ऐसे जातकों को भी माणिक नहीं धारण करना चाहिए। ऐसा करने से जातक को माणिक का अशुभ प्रभाव मिल सकता है। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की आप माणिक को किस दूसरे रत्न के साथ पहन रहे है – गोमेद, लहसुनिया और नीलम के साथ माणिक नहीं पहनना चाहिए । यदि आप इस रत्न को पहनना ही चाहते है तो अपने पंडित से अपनी कुंडली दिखाए और उनसे सलाह ले की इस रत्न को आप दूसरे किस रत्न के साथ धारण कर सकते है की ये आपको सकारत्मकता प्रदान करे।
माणिक का रंग इसके मूल्य को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, चमकीले लाल रंग को आमतौर पर अधिक महत्व दिया जाता है। कुछ कमियाँ की उपस्थिति माणिक में आम है वो इसके मूल्य पर भी प्रभाव डाल सकती है। यंत्र के बिना आँखों से देखा जाए तो स्वच्छ दिखने वाला माणिक रत्न , जिसे आई क्लीन ( Eye Clean Ruby ) कहा जाता है वो अधिक मूल्यवान माना जाता है।
माणिक रत्न के लाभ – benefits of Ruby in Hindi – माणिक रत्न के फायदे और नुकसान
माणिक पहनने से क्या लाभ होता है?
Benefits of ruby in Hindi
प्रतिष्ठा के बारे में दिक्कतों का सामना करने वाले व्यक्ति को माणिक पहनना चाहिए। माणिक के शुभ प्रभाव से व्यवसाय में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और आपका व्यवसाय और आपका समग्र जीवन सूर्य की तरह प्रभावशाली बन जाता है। माणिक पहनने से जातक की शारीरिक स्थिति में सुधार आता है, शरीर में और खास कर के चहेरे में तेजस्विता आती है। चहेरा सूर्य के समान चमकने लगता है और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
माणिक रत्न हृदय, आँख और सिरदर्द जैसी स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से उभरने में मदद करता है। यह शरीर में रक्त संचार को भी नियंत्रित करता है, क्यूंकी रक्त भी सूर्य देव के नियंत्रण में होता है। ऐसा भी माना जाता है की यह रत्न पहनने वाले को किसी भी दुर्घटना से बचाता है और सूर्यदेव उस इंसान की सुरक्षा करते हैं । सामाजिक और मानसिक समस्याओं के साथ साथ आर्थिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी माणिक्य रत्न धारण कर सकते हैं। वहीं माणिक्य रत्न से परावर्तित होने वाली प्रकाश की किरणें द्वारा आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।
माणिक रत्न पहनने से क्या नुकसान होता है?
माणिक पहनने से हो सकते हैं ये नुकसान
माणिक सूर्य का रत्न है और केवल मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु राशियों के जातक को ही अच्छा फल देता है । अगर आपकी राशि इनमे से नहीं है तो यह रत्न आपको नुकसान कर सकता है। माणिक अगर आपको सूट नहीं करता है तो आपको रक्त विकार की परेशानी हो सकती है। रक्त संबंधी अन्य समस्याएं जैसे की उच्च रक्तचाप ( हाई ब्लड प्रेशर ) , हीमग्लोबिन की कमी और श्वशन संबंधी समस्याएं भी हो सकती है। आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को हानी पहुँच सकती है । हृदय संबंधी समस्या भी हो सकती है। त्वचा फिक्की पड़ जाए या निस्तेज दिखने लगे , आप समय से पहले वृद्ध दिखने लगें यह भी हो सकता है। इस ले माणिक पहनने से पहले आप कोई अच्छे ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें और तय किए हुए विधि और मंत्रों से ही धारण करें।
किसे माणिक पहनना चाहिए – किस राशिवालों को माणिक्य पहनना चाहिए
Who should wear Ruby – Benefits of Ruby in Hindi
Who can wear Ruby
Benefits of Ruby in Hindi
माणिक सूर्य का रत्न है और केवल मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु राशियों के जातक को ही अच्छा फल देता है ।
अच्छे से ज्योतिषी से परामर्श करने के बाद ही माणिक धारण करना चाहिए । अगर आप पेशेवर सफलता और करियर विकास चाहते हैं, आप उच्च आकांक्षा रखते हैं आपको पैसा और सामाजिक प्रतिष्ठा चाहिए तो तो आपको सुनहला पहनना चाहिए। यह खास रूप से आप को राजनीति से संबंधित प्रमुख व्यवसायों में सफलता प्राप्त करने में सहायता करता है । किसी भी क्षेत्र में अपने हरिफ़ से आगे निकलना चाहते हैं, अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं, तो आपको माणिक अवश्य पहनना चाहिए।
यदि आप कोई शारीरिक समस्या या भावनात्मक अस्थिरता से जूझते हैं, तो माणिक आपके इन नकारात्मक विचारों को खत्म कर के आपको स्थिरता प्राप्त करने में सहायता करेगा । माणिक पहनने से चिंता, तनाव और अत्यधिक सोच से छुटकारा पाया जा सकता है।
वैवाहिक जीवन पर माणिक का असर – Effect of Ruby on Marriage and Love
Benefits of Ruby in Hindi
वैसे तो शादी ब्याह और प्रेम के मामले में कई रत्न आपकी सहायता कर सकते है लेकिन उस में सब से ऊपर है माणिक (Effect of Ruby on Marriage and Love) । यह रत्न, माणिक मूलाधार चक्र से संबंधित है। माणिक रत्न हमें अपने भीतर स्थिर और सुरक्षित रखते हुए कामुकता की आग जलाए रखने में मदद करता है। इसकी जीवंत ऊर्जा रोमांटिक संबंधों में उत्साह और आनंद लाती है। असली माणिक पत्थर हमें खुले दिल और आत्मा के साथ जीवन और प्यार को पूरी तरह से अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस क्लासिक रत्न की सारी गर्माहट और अग्नि इसे जुनून और अंतरंगता को फिर से जीवंत करने के लिए एक आदर्श विकल्प बनाती है।
असली माणिक को कैसे पहचाने – how to identify original Ruby?
How to identify original Ruby?
माणिक रत्न के फायदे और नुकसान : सिंथेटिक माणिक अर्थात कृत्रिम रूप से बनाए गए माणिक रत्न प्रयोगशाला-निर्मित रत्न होता है, यह जानना महत्वपूर्ण है कि वास्तविक और सिंथेटिक माणिक के बीच क्या अंतर होता है, ताकि आपको वास्तविक रत्न ही मिले । सिंथेटिक माणिक प्राकृतिक माणिक की तुलना में काफी सस्ता होता है ।
माणिक की प्रामाणिकता निर्धारित करने के लिए, उसके रंग का प्रभाव क्षेत्र, त्रुटियों का समावेशन और अन्य स्पष्ट संकेतों की जांच करें। असली माणिक में आम तौर पर रंग का प्रभाव क्षेत्र दिखाता है। जिसमें लाल , गुलाबी रंग के गहरे और हल्के क्षेत्र पूरे पत्थर में वितरित होते हैं। पत्थर के भीतर समावेशन, या खामियां, यह भी संकेत दे सकती हैं कि यह रत्न असली है, क्योंकि सिंथेटिक माणिक अक्सर बहुत ही स्वच्छ होता है और समावेशन से रहित होता है।
माणिक की गुणवत्ता उसकी कटाई पर भी आधारित होती है । इसका रंग हल्का पारदर्शी और चमकदार लाल होना चाहिए और बाहर से इस पर किसी तरह का कोई दाग नहीं होना चाहिए, किन्तु अंदर कोई छोटे छोटे दाग हो सकते हैं, लैब में बने हुए नकली माणिक में कोई दाग नहीं होते हैं।
अच्छे फायदे के लिए माणिक (Ruby Benefits) पहनने वाले व्यक्ति को उसके वजन के दसवें हिस्से के बराबर यह रत्न धारण करना चाहिए। रत्न को खरीदते समय रत्न की चमक अच्छी होनी चाहिए, वो कहीं से टूटा या उसमें किसी प्रकार का स्क्रेच न हो, उसके साथ किसी भी प्रकार की छेड़-छाड़ न की गई हो जैसे कैमिकल वॉश और हीट ट्रीटमेंट, ज्योतिष के अनुसार इस रत्न (Ruby Benefits) को धारण करने से अवश्य ही लाभ मिलता है। इसे किसी भी भरोसेमंद दुकान से खरीदें और किसी अनुभवी से इसे अभिमंत्रित और पवित्र करवाएं। इससे सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
Where to buy Ruby – माणिक कहाँ से खरीदें
माणिक या फिर कोई भी रत्न आपको जहाँ तक हो सके आपके भरोसे वाली कोई स्थानिक दुकान से खरीदना चाहिए . अगर आप ऐसे नहीं कर सकते तो आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। सुनहला ऑन लाइन अमेज़ोन से मंगवाने के ले यहाँ क्लिक करें।
माणिक का ब्रैस्लट – Ruby Bracelet
माणिक का ब्रैस्लट भी उतना ही फायदा करता है। जो लोग अंगूठी में पहनना पसंद नहीं करते है वो लोग माणिक का ब्रैस्लट – Ruby Bracelet पहन सकते है। वो भी इतना ही फायदा करता है। माणिक्य का ब्रैस्लट – रूबी Bracelet का एक और फायदा यह भी है की वो थोड़ा सस्ता होता है, क्योंकि उस में छोटे आकार के रत्नों का उपयोग कीया जाता है , जिसकी अंगूठी ना बन सके ऐसे छोटे टुकड़ों से यह माणिक का ब्रैस्लट बनाया जाता है , इस लिए सस्ता पड़ता है।
माणिक किस उंगली में पहनें – माणिक कैसे और कब पहनें
Which finger Ruby to wear – procedure to wear Ruby – Ruby mantra for Sun
Benefits of Ruby in Hindi
माणिक पहनने के नियम – माणिक पहनने की विधि
माणिक (Ruby Gemstone Benefits) को सुवर्ण या पंचधातु की अंगूठी या लॉकेट में धारण किया जाता है। इसे रविवार के दिन पहनना चाहिए। माणिक रत्न अनामिका उंगली यानी कि रिंग फिंगर में पहनना शुभ होता है। माणिक रत्न को दूध से धोकर पवित्र करें, बाद में गंगाजल से धोकर पवित्र कर लें । इस के बाद सूर्यदेव की पूजा विधि-पूर्वक करने हेतु ॐ हृां हृीं हृौं स: सूर्याय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें. इस के बाद रत्न को धारण कर लें।
माणिक – रूबी धारण करने का मंत्र
माणिक धारण करने का मंत्र इस प्रकार है – ॐ हृां हृीं हृौं स: सूर्याय नम: । आप इस विडिओ को भी चला सकते हैं।
अगर आप को हमारे लेख पसंद आ रहे हैं और हमारे नए लेख की नियमित रूप से सूचना प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp चैनल से जुड़ें। व्हाट्सअप चैनल और व्हाट्सअप ग्रुप में तफ़ावत यह होता है की जब आप चैनल जॉइन करते हैं तो आप का मोबाईल नंबर या अन्य कोई जानकारी किसी और को नहीं दिखती है, आप चैनल के अन्य सदस्य लोगों को देख नहीं सकते है और अन्य सदस्य आप को देख नहीं सकते है। हमारे व्हाट्सअप चैनल से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- Places to visit in Ahmedabad in Hindi – अहमदाबाद में यह जरुर देखें
- इन राशि वालों सफलता के लिए माणिक का उपयोग करें – माणिक रत्न के फायदे और नुकसान
- हीरा पहनने के फायदे-नुकसान – benefits of Diamond in Hindi
- पन्ना के फायदे और नुकसान – benefits of Emerald in Hindi
- फोटो पर लगा Water Mark कैसे दूर करें – एक सेकंड में ऐसे हटा सकते हैं
भारतीय ज्योतिष अनुसार मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु राशियों के जातक माणिक का रत्न पहन सकते हैं। कर्क और मीन राशि वाले लोगों को माणिक रत्न साधारण परिणाम देता है।
माणिक रत्न अनामिका उंगली यानी कि रिंग फिंगर में पहनना चाहिए ।
माणिक को सुवर्ण की अंगूठी या ब्रैस्लट में पहनना चाहिए ।
माणिक सूर्य देव का रत्न है , इस लिए उसे रविवार के दिन धारण करना , पहनना चाहिए ।
इससे पहनने से पहले दूध और गंगाजल में डुबो कर शुद्ध करके लाल कपड़े के ऊपर रख लेना चाहिए। तत्पश्चात सूर्य देव के बीज मंत्र “ॐ हृां हृीं हृौं स: सूर्याय नम: ” से अभिमंत्रित कर विधिवत संकल्पपूर्वक धुप, दीप नैवेद्य से पूजा अर्चना करके धारण करना चाहिए।
“ॐ हृां हृीं हृौं स: सूर्याय नम: ” मंत्र से माणिक को अभिमंत्रित करना चाहिए ।
माणिक बिना जांच किए इसे पहनने से आपको जोखिम हो सकता है। माणिक सोच समज कर ही पहनना चाहिए । अगर आपको माणिक अनुकूल नहीं होगा तो वो आपको शारीरिक, मानसिक या आर्थिक रूप से नुकसान कर सकता है। आपको नुकसान करेगा या अनुकूल रहेगा यह जानने के लिए पहले थोड़े दिन आप उसे अपने तकिये के नीचे रखकर सोएँ । आपको कैसे सपने आते हैं याद कीजिए , अगर डरावने सपने आते है तो वो आपको अनुकूल नहीं है। तकिये के नीचे रखकर सोने के कुछ दिनों मे कोई नुकसान हो तो भी माणिक आपको अनुकूल नहीं है। ।
1. अगर माणिक नकली है तो लाभ के बदले नुकसान भी हो सकता है।
2. माणिक से नुकसान होने का दूसरा कारण यह है की माणिक दूषित या खंडित हो तो भी नुकसान करता है।
3. तीसरा कारण यह है की माणिक आसपास की नेगटिव ऊर्जा को सोखता रहता है , इसलिए इसे थोड़े थोड़े समय पर शुद्ध करते रहना चाहिए अन्यथा उसमें संग्रहीत, अवशोषित नेगटिव ऊर्जा से यह नुकसान भी कर सकता है।
4. चौथा कारण यह है की अगर इसे पहले किसी और व्यक्ति ने धारण कीया होता है तो उसकी ऊर्जा माणिक में समाहित होती है और जब इसे कोई और पहनेगा तो उसकी ऊर्जा भी खराब हो सकती है और वो नुकसान कर सकता है ।
5. पांचवा कारण यह है की व्यक्ति की जन्मपत्रिका के अनुसार धारण नहीं कीया गया है तो भी नुकसान हो सकता है। जैसे कोई दवाई अच्छी हो लेकिन बिना डॉक्टर की जांच के ही लिया जाए तो नुकसान हो सकता है।
अगर माणिक आपको अनुकूल नहीं होता है तो आपको रक्त विकार, रक्तचाप और आँखों की समस्या हो सकती है। जातक के अपने ऊपरी अधिकारी से संबंध खराब हो सकते हैं। व्यक्ति नास्तिक हो सकता है। आपके निजी सम्बन्धो में गलतफ़एमी उत्पन्न हो सकती है जिसके कारण आपके समबन्ध बिगड़ सकते है ।
भारतीय ज्योतिष अनुसार मेष, सिंह, वृश्चिक और धनु राशियों के जातक माणिक का रत्न पहन सकते हैं। कर्क और मीन राशि वाले लोगों को माणिक रत्न साधारण परिणाम देता है।
माणिक सूर्य का मुख्य रत्न है , जो की महंगा होता है, जब की रेड गार्नेट सूर्य का उपरत्न है , जो थोड़ा सस्ता होता है। जिन्हें सूर्य देव के उपाय के लिए मनैक पहनने का बताया गया हो और वो इतना महंगा रत्न अगर खरीद न सके तो वो रेड गार्नेट पहन सकता है।
माणिक सूर्य देव का रत्न है और सूर्य एक राशि में एक महिना रहता है इस लिए इसको अपना प्रभाव दिखाने में एक महिना लग सकता है। माणिक एक महीने में अपनी असर दिखाना शुरू करेगा ।
माणिक किसी भी व्यक्ति को अपने वजन के दसवें भाग के बराबर के रत्ती का पहनना चाहिए। अगर आप का वजन 60 किलो है तो आप को 6 रत्ती का माणिक पहनना चाहिए।
हाँ, माणिक आपने पहले से ही पहना हुआ है तो आपको अपने मासिक चक्र के दौरान उसे निकालने की जरूरत नहीं है। पहली बार पहन रहे है तो मासिक चक्र पूर्ण होने के बाद विधि अनुसार ही पहनें।
माणिक रत्न को इंग्लिश में Ruby कहते है।
माणिक का दूसरा नाम रूबी है ।
अगर आप को हमारे लेख पसंद आ रहे हैं और हमारे नए लेख की नियमित रूप से सूचना प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे WhatsApp चैनल से जुड़ें। व्हाट्सअप चैनल और व्हाट्सअप ग्रुप में तफ़ावत यह होता है की जब आप चैनल जॉइन करते हैं तो आप का मोबाईल नंबर या अन्य कोई जानकारी किसी और को नहीं दिखती है, आप चैनल के अन्य सदस्य लोगों को देख नहीं सकते है और अन्य सदस्य आप को देख नहीं सकते है। हमारे व्हाट्सअप चैनल से जुडने के लिए यहाँ क्लिक करें।
यह भी पढ़ें :
- Places to visit in Ahmedabad in Hindi – अहमदाबाद में यह जरुर देखें
- इन राशि वालों सफलता के लिए माणिक का उपयोग करें – माणिक रत्न के फायदे और नुकसान
- हीरा पहनने के फायदे-नुकसान – benefits of Diamond in Hindi
- पन्ना के फायदे और नुकसान – benefits of Emerald in Hindi
- फोटो पर लगा Water Mark कैसे दूर करें – एक सेकंड में ऐसे हटा सकते हैं